दक्षिण कोरियाई ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई मोटर इंडिया ने भारतीय बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है।
कंपनी ने 2030 तक 26 नए वाहन लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है, जिसमें 20 पेट्रोल-डीजल (ICE) मॉडल्स, 6 इलेक्ट्रिक वाहन (EVs) और स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड कारें शामिल हैं।
हाइब्रिड कारों की ओर हुंडई का रुख
हुंडई ने पहली बार भारत में स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड कारों को लॉन्च करने की पुष्टि की है। यह कदम कंपनी की रणनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है, जो पहले केवल इलेक्ट्रिक वाहनों पर केंद्रित थी।
कंपनी के अनुसार, पहला हाइब्रिड वाहन एक 7-सीटर SUV होगा, जो अल्काज़ार और टक्सन के बीच स्थित होगा। यह वाहन 1.6L पेट्रोल इंजन, इलेक्ट्रिक मोटर और 1.49kWh बैटरी पैक के साथ आएगा, जो 230bhp की पावर और 350Nm का टॉर्क प्रदान करेगा।
2030 तक 26 नए मॉडल्स की योजना

हुंडई की योजना के अनुसार, अगले पांच वर्षों में कंपनी 26 नए मॉडल्स लॉन्च करेगी, जिसमें:
- 20 इंटरनल कंबशन इंजन (ICE) वाहन
- 6 इलेक्ट्रिक वाहन (EVs)
- स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड मॉडल्स
इनमें से कुछ प्रमुख मॉडल्स में नई पीढ़ी की वेन्यू, तीसरी पीढ़ी की क्रेटा, क्रेटा इलेक्ट्रिक का मिड-साइकल रिफ्रेश और आयोनिक 5 का फेसलिफ्ट शामिल हैं।
प्रतिस्पर्धा और बाजार की स्थिति
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी घरेलू कंपनियों की बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच हुंडई की यह आक्रामक रणनीति महत्वपूर्ण है। कंपनी का उद्देश्य न केवल अपनी बाजार हिस्सेदारी को बनाए रखना है, बल्कि इसे बढ़ाना भी है।
निष्कर्ष
हुंडई की यह नई रणनीति भारतीय उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प प्रदान करेगी, विशेषकर उन लोगों के लिए जो पारंपरिक और इलेक्ट्रिक वाहनों के बीच संतुलन चाहते हैं।
स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड कारों का लॉन्च न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देगा, बल्कि ईंधन दक्षता और प्रदर्शन के मामले में भी उपभोक्ताओं को लाभान्वित करेगा।